इंद्रधनुष की छवि आज दिखने लगी मुझे अपनों के साथ। इंद्रधनुष की छवि आज दिखने लगी मुझे अपनों के साथ।
तू ही जीवन मेरा, तेरे ही संग रहना, होली सदा के लिए, तेरी मैं होली में। तू ही जीवन मेरा, तेरे ही संग रहना, होली सदा के लिए, तेरी मैं होली में।
दमका तो कुछ दीप्त हुआ गर्व से सने को दमित किया तब पीत शांत हुआ दमका तो कुछ दीप्त हुआ गर्व से सने को दमित किया तब पीत शांत हुआ
काश! उम्मीद की दीर्घा मिट जाती तो गन्तव्य पा लेती काश! उम्मीद की दीर्घा मिट जाती तो गन्तव्य पा लेती
पिया और प्रियतम को रखना होगा विश्वास पिया और प्रियतम को रखना होगा विश्वास
रहें हिफाजत मेरे देश की, इस जान की परवाह नहीं रहें हिफाजत मेरे देश की, इस जान की परवाह नहीं